कल्कि 2898 ई. भारतीय तेलगु पिक्चर 2024 में बनी एक महाकाव्य विज्ञान कथा फिल्म है,इस फिल्म का निर्देशन नाग आश्विन ने किया और निर्माण वैजयंती मूवी ने।इस फिल्म में अभिनय अमिताभ बच्चन,कमल हसन,प्रभास,दीपिका पादुकोण,और दिशा पटानी के द्वारा किया गया है। हिन्दू धर्मग्रन्थ से प्रेरित यह एक योजनाबद्ध तरीके पर आधारित कल्कि फिल्म यूनिवर्स की पहली दृश्य है।इस फिल्म में दिखाया गया है की वर्ष 2898 ईस्वी में एक बहुत ही सर्वनाशकारी कहानी जो अजन्मे बच्चे को बचाने के ऊपर फिल्म बनी है।
प्रभास ने इस फिल्म बारे में ऑफिसियल घोषणा उन्होंने फरबरी 2020 में की थी, कोविड -19 के महामारी के कारण इस फिल्म का फोटोग्राफी एक साल बाद 2021 में शुरू हुई। इसे बीते 3 वर्षो में कई चरणों में थोड़ा थोड़ा करके फिल्म को शूट किया गया और जो की बाद में मई 2024 के अंत तक पूरा हुआ। इस फिल्म का आधिकारिक घोषणा जुलाई 2023 में की थी। इस फिल्म का संगीत संतोष नारायण के द्वारा तैयार किया गया है,इस कल्कि फिल्म का छायाकार जोर्डजे स्टोजिलजकोविक है तथा संपादक कोटागिरी वेंकटेश्वर राव के द्वारा हुआ है ये फिल्म पूरी तरह से तेलगु डायरेक्टर के तहत बनाई गयी है एवं प्राचीन महाकव्य से रिलेटेड है।
कल्कि 2898 ई. फिल्म को रिलीज़ 9 मई 2024 को ही किया जाना था,लेकिन पोस्ट प्रोडक्शन का पूरी तरह से काम पूरा नहीं होने के कारन इसे कुछ दिन तक स्थगित कर दिया गया था। इस फिल्म को 27 जून 2024 को पुरे दुनिया भर में रिलीज़ किया गया। इस फिल्म का बजट 600 करोड़ रूपये की थी। अब तक की सबसे महँगी भारतीय मूवी है लेकिन खास बात यह है की इस मूवी ने दुनिया भर में अब तक 1200 करोड़ रूपये की कमाई कर ली है, जिसे सभी भारतीय और तेलगु फिल्म के रिकॉर्ड बनाया, जिसमे वर्ष 2024 में सबसे ज्यादा कमाई करने वाली भारतीय मूवी अब तक कल्कि ही है।
प्राचीन महाकाव्य पर बना फिल्म कल्कि
बहुत प्राचीन समय में लगभग 3102 ईसा पूर्व में कुरुक्षेत्र युद्ध के बाद,उतरा के गर्भ में पल रहा अजन्मा बच्चे को मारने का प्रयास अश्वत्थामा ने किया था, ऐसा करने पर भगवान विष्णु के 8 वे अवतार कृष्ण जी ने उसे अमर के रूप का वरदान देकर पृथ्वी पर घूमने और कलियुग में नैतिक पतन के परिणामस्वरूप दुखो को देखने का श्राप दे देते है,और उसके माथे से उसका दिब्य मणि भी छीन लेते है लेकिन जब अश्वत्थामा ने उनसे कहा की ये गलती का क्षमा कैसे होगा तब उस पर उद्धार का रास्ता बताते हुए कृष्ण भगवान ने बताया की कलियुग का अंत में भगवान विष्णु के 10 वे और अंतिम अवतार में होगा जब कल्कि की माँ की रक्षा करने से होगा।
2898 में, कुरुक्षेत्र युद्ध की घटनाओं के 6,000 बार बाद, काशी की रेगिस्तानी मेगासिटी 200- समय पुराने अधिनायकवादी देव राजा सुप्रीम यास्किन द्वारा शासित एक चरम दुनिया में अंतिम दी गई मेगासिटी के रूप में खड़ी है। यास्किन ‘कॉम्प्लेक्स’ से शासन करता है, जो एक विशाल संरचना है जो एक उलटे समुच्चय की तरह दिखती है जो मेगासिटी के ऊपर स्थित है। उनके अधिकार को कमांडर मानस, काउंसलर बानी और आक्रमणकारियों द्वारा निष्पादित किया जाता है जो नुकसान से बचाते हैं, विशेष रूप से कल्कि की भविष्यवाणी की गई उपस्थिति। इस खतरनाक समाज में, काशी में अमीर महिला निर्वासितों को जबरन प्रोजेक्ट K के लिए कॉम्प्लेक्स में ले जाया जाता है, एक परीक्षण जिसका उद्देश्य संवैधानिक रूप से गर्भाधान किए गए भ्रूणों के माध्यम से 200- समय पुराने यास्किन के लिए एक गुप्त सीरम बनाना है। फिर भी, कोई भी महिला इस प्रक्रिया से बच नहीं पाई है।
फिल्म का संक्षेप विवरण
इस फिल्म में लड़के के वेश में रहने वाली एक जवान लड़की शम्भाला शहर के विद्रोहियों की मदद से सेना में भर्ती होने से बाल बाल बच जाती है और एक गुफा में शरण ले लेती हो उसका सामना अश्वत्थामा से हो जाती है, और वह अनजाने में उसे उसकी दिव्य मणि शिवमणि लेकर दे देती है जो अनजाने में काम्प्लेक्स से भागने के दौरान उसके पास चली जाती है।मणि के माध्यम से अश्वत्थामा को सुमति के अजन्मे बचे कल्कि के बारे में पता चलता है और साथ में दोनों कल्कि की माँ को खोजने निकल जाते है।
इसी बिच क्या होता है की काम्प्लेक्स में एक कार्यकर्ता SUM-80 जो गर्भावस्था को छुपाती है उसको बहार निकाल दिया जाता है और उसे पकड़ लिया जाता है तब मानस शम्भाला के विद्रोहियों के बाधित होने से पहले भ्रूण की एक बून्द निकल लेता है। SUM-80 को शम्भाला के विद्रोहियो ने उन्हें बचा लेता है और उसका नाम बदलकर सुमति रख देता है संभाला के रास्ते में फिर उनके काफिले पर हमला कर देते है। वे उन्हें रोकते है।
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